मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के खटलापुरा घाट पर शुक्रवार को गणेश विसर्जन के दौरान 11 लोगों की भयावह मृत्यु हो गई है। इस हादसे के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की है।
शिवराज ने बोला कि बहुत दुखद घटना हुई है। यह आलोचना का वक़्त नहीं है। किन्तु गणेश विसर्जन पर ऐसी आशंकाएं रहती हैं। प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था करना चाहिए थी। घटना की जाँच के आदेश दिए गए हैं, इसलिए मैं आलोचना नहीं कर रहा।
शिवराज सिंह चौहान ने आगे बोला कि मुख्यमंत्री व प्रशासन सारे प्रदेश में सुरक्षा का बंदोबस्त करें। ये प्राथमिक जिम्मेदारी है। मेरा मुख्यमंत्री कमलनाथ से आग्रह है कि घटना के दोषियों को चिन्हित करके कार्रवाई की जानी चाहिए।
पीड़ित परिवारों की स्थिति को देखते हुए कम से कम 10-10 लाख मुआवजा दिया जाना चाहिए। बताते चलें कि घटना के बाद 6 लोग तैरकर सुरक्षित बाहर आ गए, वहीं अभी कुछ व लोगों के लापता होने की संभावना जताई जा रही है। इसके चलते गोताखोरों की टीम बचाव काम में जुटी हुई है।
पिपलानी इलाके के निवासी आज प्रातः काल लगभग 4 बजे चल समारोह के साथ एक बड़ी गणेश प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए छोटे तालाब के खटलापुरा घाट पर पहुंचे थे, जहां प्रतिमा को नाव के जरिए तालाब में विसर्जित किया जा रहा था, इसी दौरान संतुलन बिगड़ने से नाव पलट गई, जिसमें सवार 18 लोग तालाब में डूब गए, जिनमें से 6 तैरकर तालाब से घाट पर आ गए जबकि 12 लोग पानी से बाहर नहीं आ सके, इसमें से 11 लोगों के मृत शरीर बरामद कर लिए गए हैं।
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