X Close
X
9826003456

गेहूं के लिए बारिश अमृत वहीं सरसों, अरहर, चना के लिए नुकसानदायक


Gadwal:

अंबिकापुर Rain in Chhattisgarh चक्रवात के असर से देर रात संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में झमाझम बारिश हुई। गरज चमक के साथ करीब आधे घंटे तक हुई बारिश से पूरा इलाका तरबतर हो गया। रात में करीब आधे घंटे में आठ मिमी बारिश हुई। इस दौरान बिजली चमकने से घंटो शहर में बिजली गुल रही। सुबह भी खराब मौसम से राहत नहीं मिली और रूक-रूक कर बारिश होती रही। दिन में भी झमाझम बारिश होने से मौसम पूरी तरह बदल चुका है। बारिश के कारण जहां गेहूं की फसल लहलहा उठी है पर सरसों एवं अरहर की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है।

मध्यप्रदेश के इलाके में सक्रिय चक्रवात के असर से उत्तरी छत्तीसगढ़ का मौसम बदला हुआ है। चक्रवात धीरे-धीरे झारखंड की ओर खिसक रहा है जिसका असर सरगुजा संभाग पर पड़ा है। इससे पूर्व रविवार दोपहर उदयपुर इलाके में तेज बारिश के बीच जमकर ओले बरसे थे। इस साल लगातार मौसम के उलटफेर का दौर अब भी जारी है। इस सीजन में आठ से 10 बार पश्चिमी विक्षोभ के असर से बारिश हो चुकी है।

लगातार बारिश से रबी की फसल को भी नुकसान पहुंच रहा है। सब्जियों की फसल भी बर्बाद हो रही है। देर रात हुई बारिश से इलाके में ठंड बढ़ गई है। सुबह से ठंडी हवा चलने और घने बादल छाए रहने से लोग एक बार फिर ठंड से बेहाल हैं। मौसम साफ होने के बाद एक बार फिर ठंड के पलटवार होने की संभावना है।

घने बादलों के बीच दोपहर में हुई तेज बारिश

रात में बारिश के बाद सुबह से बादल छाए हुए थे। इस दौरान हल्की बारिश भी हुई। कुछ घंटे की राहत के बाद दोपहर बाद फिर आसमान में घने बादल छा गए और तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान करीब दो मिमी बारिश रिकार्ड की गई। मौसम विभाग के मुताबिक 25 फरवरी को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे और इस दौरान कुछ जगहों पर बारिश की भी संभावना है।

ओलावृष्टि से नुकसान का आकलन शुरू

रविवार को उदयपुर विकासखंड में भारी ओलावृष्टि से हुए नुकसान का राजस्व विभाग ने आकलन शुरू कर दिया है। प्रभावित गांवों में पटवारियों का अमला किसानों के खेतों तक पहुंचकर नुकसान का जायजा ले रहा है। गौरतलब है कि विकासखंड के पुटा, मानपुर, लक्ष्मणगढ़ सहित आसपास के इलाकों में ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ हैै। गेहूं के अलावा टमाटर, गोभी सहित अन्य सब्जियों की फसल चौपट हो गई है।

जिले में बेमौसम हुई बारिश के कारण जहां सरसों, अरहर, चना की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है वहीं गेहूं के लिए अमृतवर्षा है। पिछेती गेहूं की फसल लगाने वाले किसानों को सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी। एक सिंचाई की बचत के साथ किसान काफी खुश हैं वहीं अरहर की फसल में फूल आ चुकी है ऐसे में बारिश से फूल झड़ने और कीट लगने की संभावना है। सरसों की फसल पक चुकी है बारिश से दाने खराब हो सकते हैं और चटककर झड़ सकते हैं।

The post गेहूं के लिए बारिश अमृत वहीं सरसों, अरहर, चना के लिए नुकसानदायक appeared first on Prompt Times Media has a ⭐⭐⭐⭐⭐ rating on Google.

Prompt Times